सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र समय माना जाता है। इस दौरान किए गए छोटे-छोटे उपाय भी अद्भुत फल दे सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि शिवजी की विशेष कृपा आप पर बनी रहे और साथ ही घर में सुख-समृद्धि आए, तो सावन के इन पावन दिनों में पांच विशेष स्थानों पर दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है।
1. शिवलिंग के पास दीपक जलाएं
हर रोज़ या विशेष रूप से सोमवार को शिव मंदिर जाकर शिवलिंग के पास दीपक जलाना बहुत ही पुण्यदायक होता है। यह न केवल मानसिक शांति देता है बल्कि जीवन की बाधाएं भी दूर करता है। दीपक में गाय के घी का उपयोग करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हुए दीप अर्पित करें।
2. तुलसी या शमी वृक्ष के नीचे दीपक
तुलसी और शमी दोनों ही धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। तुलसी माता को लक्ष्मी का रूप माना जाता है, और शमी वृक्ष शिवजी को अत्यंत प्रिय है। इन पौधों के नीचे दीपक जलाने से दरिद्रता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
3. पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं
पीपल के वृक्ष में त्रिदेवों का वास माना जाता है। सांझ के समय पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाकर पितरों की शांति और वंश वृद्धि की प्रार्थना करें। यह उपाय पितृ दोष से मुक्ति के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
4. मुख्य द्वार या सुनसान स्थान पर दीपक
रात को घर के मुख्य द्वार पर या किसी शांत, सुनसान स्थान पर दीपक जलाने से घर की सुरक्षा बढ़ती है। यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है और शत्रु बाधा से रक्षा करता है। सर्प दोष या भय हो तो यह उपाय विशेष रूप से करें।
5. ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में दीपक जलाएं
घर का ईशान कोण आध्यात्मिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली दिशा मानी जाती है। यहां शिवजी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और घर में धन, ऐश्वर्य का आगमन होता है।
🌿 विशेष सलाह
दीपक जलाते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखें। अगर संभव हो तो पीतल या मिट्टी का दीपक उपयोग करें। दीप जलाते समय किसी भी नकारात्मक सोच से बचें और श्रद्धा से प्रार्थना करें।
🔔 निष्कर्ष
सावन का यह पावन समय अध्यात्म और भक्ति से जुड़ने का सबसे सुंदर अवसर है। यदि आप इन सरल उपायों को नियमित रूप से करें, तो निश्चित ही जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का प्रवेश होगा। तो इस सावन, शिवजी की आराधना के साथ इन पवित्र स्थानों पर दीप जलाकर उनकी कृपा पाएं।